FIIs का भारतीय Mutual Funds में निवेश: जून 2 से जून 6, 2025 तक का विस्तृत विश्लेषण
परिचय
FII को अब FPI से भी जाना जाता है। जहां fii लिखा है उनका संदर्भ fpi से है। विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) भारतीय पूंजी बाजार में भरोसे का दूसरा नाम बन चुके हैं। वे केवल इक्विटी या बॉन्ड में ही नहीं, बल्कि भारतीय Mutual Funds के माध्यम से भी निवेश करते हैं। इससे यह पता चलता है कि FIIs भारत के वित्तीय संस्थानों की दक्षता और स्थिरता पर भरोसा करते हैं।
FIIs द्वारा Mutual Funds में निवेश डेटा: 2 - 6 जून, 2025
तारीख | खरीद (₹ करोड़) | बिक्री (₹ करोड़) | शुद्ध निवेश |
---|---|---|---|
02/06/2025 | 45.64 | 4.8 | +40.84 |
03/06/2025 | 95.65 | 0.00 | +95.65 |
04/06/2025 | 75.95 | 17.20 | +58.75 |
05/06/2025 | 100.63 | 13.69 | +86.94 |
06/06/2025 | 52.33 | 35.68 | +16.65 |
हर दिन का विश्लेषण
2 जून, 2025:
FIIs ने ₹45.64 करोड़ के Mutual Funds खरीदे और ₹4.8 करोड़ की बिक्री की। इससे ₹40.84 करोड़ का शुद्ध निवेश हुआ, जो भारतीय वित्तीय ढांचे में उनके भरोसे को दर्शाता है।
3 जून, 2025:
इस दिन कोई बिक्री नहीं हुई और ₹95.65 करोड़ की रिकॉर्ड खरीदारी हुई। इससे यह संकेत मिला कि FIIs भारतीय fund managers पर पूरा भरोसा दिखा रहे थे।
4 जून, 2025:
खरीदारी जारी रही लेकिन कुछ हद तक संतुलित। ₹75.95 करोड़ की खरीद और ₹17.20 करोड़ की बिक्री से ₹58.75 करोड़ का शुद्ध निवेश हुआ।
5 जून, 2025:
इस दिन सबसे अधिक खरीदारी हुई — ₹100.63 करोड़। बिक्री ₹13.69 करोड़ रही, जिससे ₹86.94 करोड़ का शुद्ध निवेश दर्ज किया गया। यह Mutual Funds पर FIIs का सबसे बड़ा दांव था।
6 जून, 2025:
हफ्ते के अंत में थोड़ी मंदी दिखी। ₹52.33 करोड़ की खरीद और ₹35.68 करोड़ की बिक्री के साथ ₹16.65 करोड़ का शुद्ध निवेश हुआ।
रुझान और भविष्य की दिशा
इस सप्ताह में FIIs ने लगातार Mutual Funds में शुद्ध निवेश किया, जो इस सेक्टर के प्रति उनके बढ़ते विश्वास को दर्शाता है। विशेष रूप से 3 और 5 जून को भारी निवेश ने यह साबित कर दिया कि FIIs भारतीय बाजार को दीर्घकालिक दृष्टिकोण से देख रहे हैं।
हालांकि, सप्ताह के अंत में थोड़ी मंदी भी देखी गई — शायद यह एक रणनीतिक मुनाफावसूली या अस्थायी सतर्कता रही हो। लेकिन समग्र रूप से, यह डेटा भारतीय बाजार के प्रति अंतरराष्ट्रीय पूंजी का सकारात्मक संकेत देता है।
निष्कर्ष
भारतीय Mutual Funds में FIIs का निवेश यह दिखाता है कि वे केवल सीधा इक्विटी ही नहीं, बल्कि परिसंपत्तियों के पेशेवर प्रबंधन पर भी विश्वास रखते हैं। यह रुझान भारतीय बाजार में विश्वास को मजबूत करता है और छोटे निवेशकों के लिए एक संकेत देता है कि Mutual Funds एक स्थायी और आकर्षक विकल्प बने रह सकते हैं।
निवेशक यदि इन गतिविधियों को नियमित रूप से ट्रैक करें, तो वे बाजार की भावी दिशा को बेहतर समझ सकते हैं।
आगे क्या करें?
- FIIs की Mutual Fund निवेश गतिविधियों को नियमित रूप से ट्रैक करें।
- Mutual Funds में निवेश करने से पहले FIIs के रुझान पर ध्यान दें।
- Data driven फैसले लें, भावनात्मक नहीं।
📌 decclemer (अस्वीकरण):
निवेश से पहले अपने सलाहकार से परामर्श अवश्य लें। इसे निवेश सलाह के रूप में नहीं ले। ए मात्र एजुकेशनल purpose के लिए है। आपका लॉस या प्रॉफिट आपकी जिम्मेदारी।
NOTE :
स्टॉक एक्सचेंज टी दिवस पर ट्रेडिंग गतिविधियों के दौरान ट्रेडिंग सदस्यों द्वारा प्रदान की गई जानकारी के आधार पर अनंतिम fpi/fii व्यापार डेटा संकलित करते हैं। पुष्टि किए गए एफआईआई/एफपीआई ट्रेडों के संबंध में डेटा कस्टोडियन द्वारा डिपॉजिटरी को प्रस्तुत की गई रिपोर्ट के आधार पर संकलित किया जाता है, जिसमें पिछले ट्रेडिंग दिवस (दिनों) तक एफआईआई/एफपीआई द्वारा किए गए ट्रेड शामिल होते हैं।- NSDL